केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन के 26 जून को सात महीने पूरे होने पर किसानों ने ताकत दिखाई है. दिल्ली से लेकर लखनऊ तक और हिसार से लेकर पंचकुला तक किसानों ने हल्ला बोल दिया. किसानों ने कहा कि जब तक सरकार इन कानूनों को वापस नहीं लेती, आंदोलन जारी रहेगा. संयुक्त किसान मोर्चा ने देशभर में राजभवन मार्च का ऐलान किया था. इसके तहत राष्ट्रपति के नाम संबोधन वाले ज्ञापन राज्यपालों और उपराज्यपालों को सौंपे जाने थे. 26 जून को आयोजित इस विरोध मार्च को किसान मोर्चा ने खेती बचाओ-लोकतंत्र बचाओ दिवस का नाम दिया था.